प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने के लिए हमेशा ही इस बात पर ज़ोर देते है कि वोकल फॉर लोकल का हिस्सा बनें ।
प्रसिद्ध मिठाई सिंगोरी का उत्तराखंड में विशेष महत्व है । उत्तराखंड आने वाले पर्यटक सिंगोरी खाने के साथ ही इसे अपने साथ ले जाना बहुत पसंद करते हैं.
पारम्परिक मिठाईयां जैसे रोट, अरसा, दाल की पकोड़ी, सिंगोरी आदि को शिवचरण उर्फ सिट्टू व उनकी धर्मपत्नी कमलेश रावत खुद अपने घर की रसोई मे सकारात्मक ऊर्जा ,सात्विक विचार एवं बड़े प्रेमभाव से इन मिठाइयों को बनाते है।
सिट्टू भाई का कहना है कि आजकल के बच्चे जब एक डोनट के लिऐ 350 रुपए खर्च कर सकते हैं वह उनका रुझान पश्चिमी कंफेक्शनरी मिठाइयों की तरफ ज्यादा हो रहा है, तब अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया।वाक़ई सिट्टू भाई की सारी मिठाईयां भरपूर जायकेदार हैं।
इस एक हफ्ते मे ३ क्विंटल सिंगोरी सप्लाई करके अति प्रफुल्लित हैं।पारंपरिक मिठाइयों की डिमांड ब्या, शादी,नामकरण,मुंडन,सगाई,सभी प्रकार के कार्यक्रमों के लिए आ रही हैं।
संस्कृति के पक्ष ने बढ़ाया जाने वाला छोटे से छोटा कदम भी सराहनीय है।यह एहम कदम उठाने के लिए सिट्टू भाई वा उनकी धर्मपत्नी स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत बने हैं।
सम्पर्क सूत्र- सिट्टू भाई पौड़ी वाले +918755068317