आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी फिल्म को देखने पहुंचे। फिल्म देखने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा, अब तक हम अपना इतिहास दूसरों द्वारा लिखा हुए पढ़ते थे। अब हम इतिहास को भारत के नजरिए से देख रहे हैं।
मोहन भागवत ने कहा कि ‘किसी ने इतिहास लिखा, उसे हमने पढ़ा है लेकिन भारत की भाषा में, भारत में लिखा हुआ जो चित्रित किया गया वो आज हम पहली बार देख रहे हैं। अपने इतिहास को अपने नजर से, अपने ह्रदय से देख रहे हैं और इसका मौका देशवासियों को भी मिलेगा। सभी भारतवासी एक होकर भारत के सम्मान की रक्षा करने में उसी प्रकार पराकर्मी होंगे जिस तरह से इस फिल्म में दिखाया गया है।’