उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप से बच्चों की मौत मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त रूख अपना लिया है। इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को ट्विटर के जरिए मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी।उज्बेकिस्तान में बच्चों की हुई मौतों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने खुद इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा था कि दवा कंपनी की जांच के आधार पर आगे कदम उठाया जाएगा। उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि बच्चों की मौत डॉक-1 मैक्स दवा पीने से हुई।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके कहा कि निरीक्षण के बाद CDSCO_INDIA_INF टीम ने खांसी की दवाई Dok1 Max में संदूषण की रिपोर्ट के मद्देनजर नोएडा इकाई में मैरियन बायोटेक की पूरा प्रोडक्शन गतिविधियों को कल रात रोक दिया गया है, जबकि आगे की जांच जारी है।बता दें कि उज्बेकिस्तान में एक खांसी की दवाई ने 18 बच्चों की कथित तौर पर खांसी की दवाई से मौत हो गई थी। इसके बाद से नोएडा की कंपनी मैरियन बायोटेक सवालों के घेरे में है। उज्बेकिस्तान के इस दावे के बाद भारत सरकार अलर्ट हो गई है। केंद्र की सरकार ने उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत को इंडियन कफ सिरप से जोड़ने के बाद हताहत होने वाले बच्चों को लेकर रिपोर्ट मांगी है।