शुक्रवार को आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने अफसरों संग दफ्तर के बाहर संचालित सभी साइबर कैफे पर छापे मारते हुए दस्तावेजों की जांच की और डीएल का फॉर्म जमा करने के लिए ली जा रही फीस की जानकारी ली।
ग़ौरतलब है कि दो दिन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी के आरटीओ दफ्तर में छापा मारने और आरटीओ को निलंबित करने समेत 24 के वेतन में कटौती के आदेश के बाद अब अफसर हरकत में आ गए हैं।
अधिकारियों ने निर्देशित किया कि कैफे के बाहर शुल्क की सूची चस्पा करें, वरना कैफे को बंद करवा दिया जाएगा। चेतावनी दी कि यदि वाहन स्वामियों द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस का फॉर्म भरने, टैक्स जमा कराने या फिर फीस जमा कराने के नाम पर अतिरिक्त वसूली की गई तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। आरटीओ के बाहर तमाम ऐसे साइबर कैफे संचालक हैं, जो वाहन स्वामियों से डीएल का आवेदन और फीस जमा कराने के नाम पर अतिरिक्त वसूली कर रहे हैं। वाहन स्वामियों ने शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन अफसरों के स्तर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
आरटीओ कार्यालय के बाहर कॉमन सर्विस सेंटर भी खोला गया है, लेकिन सेंटर के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी न होने से लोग साइबर कैफे संचालकों के पास जा रहे, जबकि कॉमन सर्विस सेंटर में एक निर्धारित शुल्क में तमाम फॉर्म भरे जा रहे हैं।