पीएम ने बेंगलुरु में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कई फैसले शुरू में अप्रिय लगते हैं, लेकिन बाद में देश उन फैसलों का लाभ अनुभव करता है. उन्होंने देश के रेलवे सिस्टम की तारीफ की। हालांकि, इसी दौरान उन्होंने बिना अग्निपथ योजना का जिक्र किए कहा कि कुछ योजनाएं शुरुआत में अनुचित लग सकती हैं, लेकिन ये बाद में राष्ट्र निर्माण में मदद करती हैं। पीएम ने कहा- सुधार का रास्ता ही हमें आगे नए लक्ष्यों और नए संकल्प की ओर ले जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब आज देशभर में भारत बंद का आह्वान किया है।
पीएम ने कहा कि हर देश को स्वास्थ्यसेवा को सर्वाधिक महत्व देना चाहिए। उन्होंने यह बात मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र (सीबीआर) का उद्घाटन करने और यहां एक मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल की नींव रखने के बाद कही। मोदी ने भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) परिसर में 280 करोड़ रुपये की लागत से बने मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र (सीबीआर) का उद्घाटन किया, जिसकी आधारशिला उन्होंने स्वयं रखी थी।
मोदी ने कहा, ‘‘यह खुशी इसलिए और भी बड़ी है, क्योंकि इस परियोजना की नींव रखने का सम्मान भी मुझे ही मिला था। यह केंद्र मस्तिष्क संबंधी विकारों के प्रबंधन संबंधी अनुसंधान में अग्रणी रहेगा।’’
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि मेरा साफ मानना है, उपक्रम चाहे सरकारी हो या फिर प्राइवेट, दोनों देश के संपत्ति हैं, हमारी सरकार सुधार के लिए लगातार काम कर रही है.
आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मंगलवार सुबह पीएम मोदी मैसूर पैलेस मैदान में सामूहिक योग प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। पीएमओ ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह कार्यक्रम 75 केंद्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में देश भर में 75 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा।
पीएमओ ने बताया कि 2015 से, हर साल 21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) मनाया जाता है। इस वर्ष के योग दिवस का विषय “मानवता के लिए योग” है। यह विषय दर्शाता है कि कैसे योग ने कोविड महामारी के दौरान पीड़ा को कम करने में मानवता की सेवा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज 27,000 करोड़ रूपए से ज़्यादा के प्रोजेक्ट का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ। ये प्रोजेक्ट ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस दोनों को लाभ पहुंचाएगा। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय रेल अब तेज भी हो रही है, स्वच्छ भी हो रही है, आधुनिक भी हो रही है। साथ ही सुरक्षित भी हो रही है और सिटीजन फ्रेंडली भी बन रही है। हमने देश के उन हिस्सों में भी रेल को पहुंचाया है, जहां इसके बारे में कभी सोचना भी मुश्किल था।