जोधपुर के जालोरी गेट इलाके में सोमवार देर रात स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा पर झंडा फहराने को लेकर दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प पथराव में बदल गई, जिसके कारण जिले में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। पुलिस के मुताबिक घटना सोमवार रात 11.10 बजे की है. कुछ झंडों को लेकर झड़पें शुरू हो गईं, जो परशुराम जयंती के अवसर पर लगाई गई थीं जिस क्षेत्र में नमाज अदा की जाती है, उसके पास भगवान परशुराम के झंडे थे। झंडे को हटाने को लेकर विवाद था क्योंकि स्थानीय मुस्लिम समुदाय ईद के मौके पर झंडा लगाते है ।
घटना की सूचना मिलने के बाद कंट्रोल रूम से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंच गई और तुरंत भीड़ को वहां से खदेड़ दिया. इसके साथ ही जहां विवाद हुआ था उस चौराहे को बंद कर दिया. इस दौरान भीड़ को खदेड़ने में लगी पुलिस पर भी एक समुदाय की ओर से पथराव किया गया दरअसल शहर के जालोरी गेट चौराहा पर मौजूद स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाने और सर्किल पर ईद से जुड़े बैनर लगाने से विवाद की शुरुआत हुई. इसके अलावा ईद की नमाज को लेकर चौराहे तक लाउडस्पीकर लगाने को लेकर नाराज लोगों का हुजूम जमा हो गया. इस दौरान हिंदू लोगों ने नारेबाजी करते हुए झंडे बैनर हटा दिए. ।
ईदगाह से सटा इलाका होने और ईद पर इलाके में बड़ी संख्या में लोगों के नमाज अदा करने की संभावना को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को जगह के पास नहीं आने दिया.“लेकिन लोगो के तितर-बितर होते ही तनाव बढ़ गया और पथराव हो गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और जोधपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।