गर्मी के मौसम में खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट करना गर्मी को मात देने का सबसे अच्छा तरीका है। चिलचिलाती धूप में निर्जलीकरण को रोकने के लिए नियमित अंतराल पर पानी पीना, नींबू पानी जैसे स्वस्थ पेय पीना और हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थ खाना कुछ ऐसे उपाय हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ और लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर स्नेहा अरोड़ा गर्मी की लहर के दौरान शांत रहने के टिप्स देती हैं।
वह कहती है कि सुनिश्चित करें कि आप पूरे दिन तरल पदार्थ पी रहे हैं चाहे प्यासे हों या नहीं। एक गिलास नींबू पानी पिएं जो न केवल डिटॉक्सीफिकेशन में मदद करता है बल्कि निर्जलीकरण से लड़ने में भी मदद करता है हर दिन हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थ खाएं जैसे तरबूज, ककड़ी, टमाटर, पालक, संतरा आदि कॉफी, शराब और कैफीनयुक्त पेय को ना कहें क्योंकि वे निर्जलीकरण का कारण बन सकते हैं। कार्बोनेटेड के बजाय सत्तू शरबत, नींबू पानी, छाछ, आम पन्ना और नारियल पानी जैसे स्वस्थ पेय पिएं व्यायाम करते समय अपने पानी के सेवन का ध्यान रखें।
हमारे शरीर में मौजूद कोशिकाओं को सुचारु रुप से काम करने के लिए ऑक्सीजन की ज़रुरत पड़ती है और यह ऑक्सीजन उन्हें पानी से ही मिलती है। ऐसे में अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो ऑक्सीजन की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ता है और शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है। अगर आप सही समय पर डिहाइड्रेशन का इलाज (Dehydration treatment) नहीं करते हैं तो आगे चलकर आपकी मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं।
हाइड्रेशन से बचने के आयुर्वेदिक उपाय :
घरेलू उपाय के साथ साथ आप डिहाइड्रेशन से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपाय भी अपना सकते हैं। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधियों का उल्लेख है जिनके इस्तेमाल से गर्मियों के मौसम में डिहाइड्रेशन के प्रभाव (effects of dehydration) को कम किया जा सकता है। कुछ प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं।
1- सौंफ के बीज : कई बार डायरिया होने पर शरीर से इतनी अधिक मात्रा में पानी निकल जाता है कि मरीज डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में सौंफ के बीज उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार सौंफ की तासीर ठंडी होती है और यह डायरिया के लिए ज़िम्मेदार बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाव होता है।
खुराक और सेवन का तरीका : आधा चम्मच सौंफ को एक लीटर पानी में उबालकर सौंफ का पानी बना लें। इसे ठंडा करने के बाद रोजाना दिन में तीन से चार बार एक कप पिएं।
2- तुलसी (Basil) : तुलसी में बहुत अधिक औषधीय गुण होते हैं और इसी वजह से इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने देश में इस पौधे की पूजा भी की जाती है। डिहाइड्रेशन के कारण होने वाले पेट दर्द से आराम दिलाने में तुलसी की पत्तियां अहम भूमिका निभाती हैं। डिहाइड्रेशन होने पर यह शरीर के तापमान को ठंडा बनाये रखने में मदद करती हैं।