भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर मिताली राज ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की।
संन्यास का एलान करते हुए मिताली ने कहा- इतने सालों तक टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी। इसने मुझे निश्चित रूप से एक व्यक्ति के रूप में आकार दिया और उम्मीद है कि इससे भारतीय महिला क्रिकेट को भी आगे बढ़ने में मदद मिली।
मिताली ने इसी साल महिला वनडे विश्व कप में अपना आखिरी मैच खेला था। उन्होंने टूर्नामेंट में सात मैचों में 26 की औसत और 62.97 के स्ट्राइक रेट से 182 रन बनाए थे। हालांकि, वह टीम इंडिया को खिताब नहीं दिला पाईं। मिताली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला और उसमें 68 रन की पारी खेली थी। भारतीय टीम राउंड रॉबिन फॉर्मेट से ही बाहर हो गई थी।
मिताली वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज हैं। उन्होंने 232 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 50.68 की औसत से 7805 रन बनाए। इसके अलावा मिताली ने 12 टेस्ट मैच भी खेले हैं। इसमें उन्होंने 19 पारियों में 43.68 की औसत से 699 रन बनाए। वहीं, 89 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उनके नाम 2364 रन हैं। इसमें उनकी औसत 37.52 की रही। मिताली ने वनडे में आठ विकेट भी झटके हैं।
टेस्ट में वह भारत की ओर से दोहरा शतक लगाने वाली इकलौती महिला बल्लेबाज हैं। 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ मिताली ने 214 रन की पारी खेली थी। यह महिला क्रिकेट में टेस्ट में दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी है।
मिताली को 2003 में अर्जुन पुरस्कार और 2017 में विजडन लीडिंग वुमन क्रिकेटर इन द वर्ल्ड अवार्ड दिया गया था। मिताली को 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था। 2021 में मिताली को खेल रत्न अवॉर्ड दिया गया था।
- मिताली को ‘भारतीय क्रिकेट की महिला तेंदुलकर’ का कहा जाता है। मिताली टेस्ट, वनडे और टी20 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं।
- 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के दौरान मिताली लगातार सात अर्धशतक लगाने में सफल रही थीं। एक खिलाड़ी द्वारा लगातार अर्धशतक बनाने का यह विश्व रिकॉर्ड है।
- मिताली एक टीम के लिए लगातार सबसे ज्यादा महिला वनडे (109 मैच) खेलने वाली खिलाड़ी हैं।
- मिताली विश्व कप में 1,000 से अधिक रन बनाने वाली पहली भारतीय और पांचवीं महिला क्रिकेटर हैं।