देहरादून/उत्तरकाशी : अक्षय तृतीया के मौके पर मंगलवार को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है. केदारनाथ धाम, जो आमतौर पर सबसे अधिक तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है, 6 मई को खुलेगा, जबकि बद्रीनाथ मंदिर 8 मई को खुलेगा माना जा रहा है कि इस यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालु दर्शनों के लिए धामों में पहुचेंगे.और नियंत्रण के लिए सरकार ने चार धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पर डेली लिमिट लगाई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा हम तीर्थयात्रियों के लिए सर्वोत्तम संभव स्वास्थ्य और सुरक्षा सुविधाएं सुनिश्चित कर रहे हैं। तीर्थयात्रियों के लिए डॉक्टरों की टीम उपलब्ध रहेगी और चार धाम मार्ग के साथ 32 स्थानों पर आपदा कर्मियों को तैनात किये गए है,
चार धाम मंदिरों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले लगभग 3 लाख भक्तों में से 90,000 अकेले केदारनाथ के लिए हैं। फाटा, सिरसी और गुप्तकाशी ठिकानों से केदार तीर्थ के लिए हेलीकॉप्टर की सवारी, जिसके लिए 6 मई से 5 जून तक बुकिंग की पेशकश की गई थी, कुछ दिनों के भीतर पूरी तरह से बुक हो गई थी ।
इस साल चार धाम यात्रा व्यवस्था के तहत बद्रीनाथ के लिए हर रोज़ 15,000 तीर्थयात्रियों को जाने की इजाजत दी गई है. वहीं केदारनाथ की बात करें तो यहां हर रोज़ केवल 12,000 ही तीर्थयात्री जा पाएंगे. इसी तरह, गंगोत्री में 7000 और यमुनोत्री में 4000 तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन जाने की अनुमति मिलेगी. गढ़वाल के डीआईजी एस नगन्याल का कहना है कि यात्रा व्यवस्थाओं के लिए पुलिस हर संभव प्रयास करेगी. उन्होंने यात्रियों से सहयोग की अपील की ।