देहरादून – उत्तराखंड के मसूरी में 11 अप्रैल से राष्ट्रीय स्तर का कृषि सम्मेलन शुरू होने जा रहा है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस सम्मेलन में 15 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेने वाले हैं। कई प्रदेशों के कृषि मंत्री भी इस सम्मेलन में प्रतिभाग करेंगे। उनका कहना है 3 दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में मिलेट्स के उत्पादन को लेकर चर्चा की जाएगी कि कैसे किसानों की आय को दोगुना किया जाए।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मोटे अनाज का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं जिसका फायदा किसानों को मिल रहा है। वही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी लाभ पहुंचाने की सरकार कोशिश कर रही है अगर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मंडुवा की खरीद करती हैं तो उन्हें डेढ़ रुपया प्रति किलो अनुदान भी मिलेगा। लगातार 3 दिनों तक चलने वाले सम्मेलन में मिलेट्स के उत्पादन, मार्केट और किसानों की आय के बारे में चर्चा की जाएगी। आपको बता दें कि मसूरी में 11 अप्रैल से लेकर 13 अप्रैल तक राष्ट्रीय स्तर का कृषि सम्मेलन किया जाएगा।
मंत्री जोशी ने कहा इस राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल सहित विभिन्न राज्य कृषि विपणन बोर्डों के अध्यक्ष भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा भारत के विभिन्न राज्य कृषि विपणन बोर्डों अर्थात असम, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर आदि से कुल 50-60 प्रतिनिधि भाग लेंगे ।
मंत्री ने कहा इस सम्मेलन में मिलेट पर काम करने के लिए एक मैनेज्ड वे विकसित करने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा। इस राष्ट्रीय सम्मेलन को भारतीय मिलेट अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद, भारतीय चिकित्सा संयंत्र विपणन संघ, कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञों सहित एडी पोर्ट्स ग्रुप के वरिष्ठ वैज्ञानिक सम्बोधित करेंगे। सम्मेलन में मिलेट्स के बारे में विचारों का आदान-प्रदान होगा और तकनीकि सत्रों में प्रतिनिधियों के बीच इस सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा होगी। इसके अलावा मिलेट्स की उपयोगिता और किसानों की आय को बढ़ाने के सम्बन्ध में भी इस सेमिनार में विस्तार से चर्चा होगी।
साथ ही सभी राज्यों के अतिथि, अपने-अपने राज्य में मिलेट्स पर हो रहे कार्यों को विस्तार से बताऐंगे और मिलेट उपज को बढ़ावा दिये जाने के लिए क्या रणनीति अपनायी गयी है इसे भी सभी प्रदेशों के साथ साझा करेंगे तथा मिलेट्स की उपयोगिता और किसानों की आय को बढ़ाने के सम्बन्ध में भी इस सेमिनार में विस्तार से चर्चा होगी।

