नई दिल्ली – केंद्र सरकार ने वरिष्ठ वकील केवी विश्वनाथन को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूर कर लिया है। जिसके बाद शुक्रवार को केवी विश्वनाथन, जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा के साथ सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। बता दें कि केवी विश्वनाथन वरिष्ठता के आधार पर साल 2030 में देश के मुख्य न्यायाधीश बन सकते हैं। केवी विश्वनाथन वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट बेंच में जज बनने वाले 10वें वकील हैं। उनसे पहले जस्टिस एसएम सीकरी, एससी रॉय, कुलदीप सिंह, संतोष हेगड़े, रोहिंटन फाली नरीमन, यूयू ललित, एल नागेश्वर राव, इंदु मल्होत्रा और पीएस नरसिम्हा वकील से सुप्रीम कोर्ट जज बने थे। इन नौ जजों में से तीन जज देश के मुख्य न्यायाधीश बने थे।
जानिए कौन हैं केवी विश्वनाथन
26 मई 1966 को तमिलनाडु में जन्मे केवी विश्वनाथन 24 मई 2031 तक सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवाएं देंगे। जस्टिस जमशेद बुरजोर पार्दीवाला के 11 अगस्त 2030 में रिटायर होने के बाद केवी विश्वनाथन देश के मुख्य न्यायाधीश बन सकते हैं। कॉलेजियम की सिफारिश में कहा गया कि केवी विश्वनाथन बार एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य हैं और सुप्रीम कोर्ट का जज बनाए जाने के लिए सही व्यक्ति हैं। उनकी नियुक्ति से सुप्रीम कोर्ट में बार का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम का ये भी कहना है कि केवी विश्वनाथन को वकालत का लंबा अनुभव है और वह विभिन्न विषयों जैसे संवैधानिक कानून, क्रिमिनल लॉ, कमर्शियल लॉ, दिवालिया कानून और मध्यस्थता आदि की जानकारी रखते हैं।

