देहरादून – शीतलहर से जरूरतमंदो के बचाव और सहायता के लिए धन की कमी से व्यवस्थाएं बाधित न होने के स्पष्ट निर्देश सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा ने आज सचिवालय में राज्य के सभी जिलाधिकारियों को दिए हैं। सचिव आपदा प्रबन्धन ने राज्य के समस्त जिलाधिकारियों और SDRF, वन विभाग, खाद्य आपूर्ति, चिकित्सा, मौसम विभाग, जल संस्थान, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग और यूपीसीएल के अधिकारियों के साथ प्रदेश में शीतलहर से आमजन और पशुओं के बचाव के लिए तैयारियों की समीक्षा की। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जिलाधिकारियों को सभी तहसीलों में अस्थायी रैनबसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, रैन बसेरों में समस्त मूलभूत सुविधाएं बिजली, पेयजल, शौचालय, बिस्तर तथा हीटर की व्यवस्था करने, जिलों में पर्याप्त मात्रा में अलाव जलाने की व्यवस्था, कंबल वितरण, दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राशन आपूर्ति, दवाईयों, पशुओं के चारे, चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने वन निगम को अलाव जलाने के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ी की आपूर्ति के भी निर्देश दिए। उन्होंने pwd को बर्फबारी के कारण बन्द होने वाली सड़कों पर पहले से ही आवश्यक उपकरण तथा कार्मिक तैनात करने को कहा। इसके लिए जेसीबी और स्नो कटिंग मशीनों व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही लोक निर्माण और परिवहन विभाग को सख्त निर्देश दिए गए है कि राज्य में पाले और कोहरे के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना नही होनी चाहिए। इसके लिए पाले को हटाने के लिए नमक, चूने का नियमित छिड़काव, कोहरे से बचाव के लिए फॉग लाइट और रिफलेक्टर की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग को स्नो ब्लोवर की आपूर्ति का प्रस्ताव बनाकर जल्द से जल्द शासन को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने यूपीसीएल को शीतलहर और बर्फबारी के दौरान दूरस्थ क्षेत्रों में बिजली की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त मात्रा में स्पेयर पार्टस, डिसेन्ट्रलाइज इन्वेन्टरी और कुशल कार्मिक की तैनाती के निर्देश दिए।