पूरे देश में वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं द्वारा की गई उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए भारत में 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। दरअसल, यह दिन लोगों को हमारे देश के लोगों द्वारा की गई वैज्ञानिक प्रगति की याद दिलाता है। निश्चित रूप से, उन सभी लोगों को मनाने का एक आदर्श दिन जिन्होंने अपने ज्ञान के साथ मूल्य जोड़ा और इतिहास बनाया और विज्ञान के विकास में हमेशा योगदान देने वाले अपने नाम को संरक्षित रखा।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का इतिहास
1999 में उस दिन, पहली बार, भारत में आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया गया, जिसका उद्देश्य भारतीयों की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों को याद करना था।
तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 मई 1999 को इस दिन को आने वाले वर्षों के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2022 थीम
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की थीम हर साल एक नई और अलग थीम के साथ मनाई जाती है। देश में क्षेत्र की प्रगति के अनुसार विषय बदलता है।
इस वर्ष के उत्सव का विषय ‘सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण’ है जो 10 मई को सीनेट हॉल में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में मनाया जाता है।