देहरादून: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को ऋषिकेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांच पूर्व अधिकारियों सहित सात लोगों के खिलाफ “आपराधिक साजिश” और 2 करोड़ रुपये की “स्वीपिंग मशीन धोखाधड़ी” के लिए मामला दर्ज किया।
केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 24 स्थानों पर तलाशी लेने के बाद भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार धोखाधड़ी 2017 और 2018 के बीच की गई थी।एक अधिकारी के अनुसार, “एजेंसी को इस साल फरवरी में प्राप्त इनपुट के अनुसार, धोखाधड़ी एक कॉम्पैक्ट रोड स्वीपिंग मशीन की खरीद से संबंधित थी। हमारी जांच के अनुसार, एम्स के तत्कालीन पांच अधिकारियों ने निविदा प्रक्रिया के दौरान एक बोली लगाने वाले का पक्ष लिया, जिससे अस्पताल को दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।