प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गढ़वाली में सबसे पहले अपना संबोधन शुरू किया। कहा कि चुनाव मैदान में होने के बावजूद पूर्व में मैं देवभूमि आया। देवभूमि की माटी को माथे लगाने का मन था। बाबा केदार ने मुझे पुकारा और मैं यहां सीधे चला आया। उन्होंने कहा कि वीरांगना तीलू रौतेली, पंथ्या दादा, माधो सिंह भंडारी जैसे वीरों की भूमि को मैं प्रणाम करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र उत्तराखंड का विकास करेगा। इसमें उत्तराखंड के विकास के लिए, यहां के युवाओं, महिलाओं, किसानों, सभी के लिए नए संकल्प लिए गए हैं ।मेरे मन में एक गहरी तकलीफ़ भी है। मुझे ये ज़िक्र इसलिए भी करना पड़ रहा है क्योंकि काँग्रेस पार्टी कभी जनरल बिपिन रावत जी को सड़क का गुंडा कहकर अपमानित कर रही थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब अलग उत्तराखंड राज्य बना था, अटल बिहारी वाजपेयी ने आपके सपनों को साकार करने के लिए बड़ा महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। उत्तराखंड के लिए सपनें भी हमने मिलकर देखे थे।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल, तीरथ रावत, राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत उपस्थित थे।