किच्छा (ऊधमसिंह नगर)। किच्छा के साधारण परिवार के प्रतिभाशाली युवा शिवम रावत को 2022 के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा गया है। उत्तराखंड से यह पुरस्कार पाने वाले वह एकमात्र युवा हैं। शिवम को एक लाख रुपये का यह पुरस्कार नवाचार (इनोवेशन) वर्ग में दिया गया है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल मीटिंग में उत्तरांचल कालोनी निवासी सुभाष सिंह रावत और दिव्या रावत के होनहार बेटे शिवम रावत को पुरस्कार से नवाजा। उन्होंने शिवम की सराहना की और उनका उत्साह बढ़ाया।
मूल रूप से चमोली जिले के सिमली अंतर्गत गांव सैनू निवासी 18 साल के शिवम इन दिनों दक्षिण कोरिया में स्कालरशिप पर बीएससी की पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी शिक्षा का खर्च भारत सरकार उठा रही है। कंपनी के लिए सोप स्टोन की खरीद करने वाले शिवम के पिता सुभाष सिंह रावत ने बताया कि शिवम की प्राथमिक शिक्षा किच्छा के गुरुकुल स्कूल में हुई। इसके बाद जेसीज स्कूल रुद्रपुर से 12वीं की परीक्षा पास की। पढ़ाई के साथ ही उन्होंने पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से सरसों के पौधे पर शोध किया। शिवम ने फसल उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए जैव सूचना विज्ञान का उपयोग करते हुए भारतीय सरसों के पौधे पर व्यापक शोध किया है। इस दौरान उनका चयन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए किया गया।
जिलाधिकारी ने सोमवार को अपने कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शिवम के पिता सुभाष और माता दिव्या रावत को सम्मानित किया। शिवम इससे पहले इंटरनेशनल साइंस व इंजीनियरिंग फेयर में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 2000 डालर का दूसरा पुरस्कार जीत चुके हैं। यह फेयर वाशिंगटन में हुआ था। इसमें प्रत्येक वर्ष 70 देशों के 1900 बच्चे भाग लेते हैं। कोरोना के कारण यह पुरस्कार उन्होंने ऑनलाइन प्रतियोगिता में हासिल किया था। शिवम की इस उपलब्धि पर उनके घर पर जश्न का माहौल है।