भारत के लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल फाइनल में सिंगापुर के विश्व चैंपियन लोह कीन यू को सीधे गेम में हराकर योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन बैडमिंटन का खिताब अपने नाम कर लिया। लक्ष्य का सुपर 500 स्तर के प्रतियोगिता का यह पहला खिताब है। इससे पहले सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी इंडिया ओपन जीतने वाली देश की पहली जोड़ी बनी थी।
लक्ष्य ने 54 मिनट तक चले फाइनल मुकाबले में पांचवीं वरीयता प्राप्त शटलर को 24-22, 21-17 को हराया। सेन और लोह के बीच इस मैच से पहले चार मुकाबलों में लक्ष्य ने दो मैच जीते थे। पिछले साल डच ओपन के फाइनल में हालांकि पांचवीं वरीयता प्राप्त लोह ने बाजी मारी थी। डच ओपन के फाइनल से सीख लेते हुए इस बार लक्ष्य ने ज्यादा गलती नहीं की और शानदार खेल दिखाते हुए खिताब अपने नाम किया। यह सेन के करियर का सबसे बड़ा खिताब है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लक्ष्य को इस जीत पर बधाई दी है, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी और उत्तराखण्ड के सपूत श्री लक्ष्य सेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व चैंपियन लोह कीन यीव को फाइनल में हराकर इंडिया ओपन 2022 के पुरुष एकल वर्ग का खिताब अपने नाम कर लिया है। इस उपलब्धि के लिए उन्हें समस्त प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
लक्ष्य सेन भारत के बैडमिंटन जगत में उभरती हुई प्रतिभा हैं। वह उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं, उनकी उम्र अभी 20 साल है और फिलहाल दुनिया के 17वीं रैंक के खिलाड़ी हैं। लक्ष्य की ऐतिहासिक जीत पर उनके गृह जनपद अल्मोड़ा और उत्तराखण्ड में ज़बरदस्त खुशी की लहर है।